कैसे और कहां बनवाएं आयुष्मान कार्ड
· पारिवारिक समग्र आईडी के साथ एक पहचान पत्र (आधार कार्ड ) ले जाएं।
· कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई-आईटीएसएल केंद्र पर जाकर पात्रता जांच कराएं और आयुष्मान कार्ड बनवाएं।
· योजना से संबद्ध अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान मित्र के माध्यम से नि:शुल्क कार्ड बनवाए जा सकते हैं।
· भर्ती के समय अस्पताल में आयुष्मान कार्ड दिखाएं और नि:शुल्क उपचार का लाभ उठाएं।
आयुष्मान योजना के हितग्राही परिवारों की पात्रता
- सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना (SECC) वर्ष 2011 में सूचीबद्ध परिवार (एसईसीसी डाटा डी-1 से डी-7 तक, डी-6 को छोड़कर)
- संबल योजना में शामिल परिवार
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत खाद्य पर्ची धारक परिवार
- इसके अलावा कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ESIS) और केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS) के लाभार्थी और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के कर्मचारियों को चिह्नित अस्पतालों में नियमानुसार योजना के तहत नि:शुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है।
आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 23 September, २०१८ को पूरे भारत मे लागू किया गया था।[1] २०१८ के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा।[2] १० करोड़ बीपीएल धारक परिवार (लगभग ५० करोड़ लोग) इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है।[3][4]
इस योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अप्रैल 2018 को भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के दिन झारखंड के राँची जिले से आरम्भ किया।
अनुक्रम
o 1.1१) राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना
विशेषताएं
आयुष्मान भारत में दो प्रमुख तत्व शामिल हैं।
१) राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना[संपादित करें]
· आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, जो 10 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों (लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों) को कवर करेगी। वह हर परिवार के लिये, प्रति वर्ष 5 लाख रुपये के मुल्य के लिए माध्यमिक और तृतीयक स्थर पर अस्पताल मे देखभाल के लिये कवरेज प्रदान करती है।
· योजना के लाभ पूरे देश में कहीं भी लागू करे जा सकते है, और इस योजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थी को देश भर के किसी भी सार्वजनिक या निजी अन्तर्गत अस्पताल से कैशलेस (बिना पैसे दिये) लाभ लेने की अनुमति होगी।
· एस.ई.सी.सी डेटाबेस में दिए गए मानदंड के आधार पर तय होगा की किसे इस योजना का लाभ उठाने का हक है। यह लगभग 10.74 करोड़ गरीब, वंचित ग्रामीण परिवारों और विस्तृत शहरी कर्मचारियों के परिवारों को लक्षित करेगा।
यह परिवार एस.ई.सी.सी डेटाबेस, जिसमे गांवों और शहरों दोनो के ङेटा शामिल हैं, के मुताबिक तय होंगे।
· यह लगभग सभी माध्यमिक और कई तृतीयक अस्पतालों को कवर करता है (एक नकारात्मक सूची को छोड़
२) कल्याण केंद्र[संपादित करें]
स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में प्रदान की जाने वाली सेवाओं की सूची में शामिल हैं:
· गर्भावस्था देखभाल और मातृ स्वास्थ्य सेवाएं
· नवजात और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
· बाल स्वास्थ्य
· जीर्ण संक्रामक रोग
· गैर संक्रामक रोग
· मानसिक बीमारी का प्रबंधन
· दांतों की देखभाल
· बुजुर्ग के लिए आपातकालीन चिकित्सा {0/}
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